दुनिया में जारी कोरोना संकट के बीच इसके वैक्सीन AstraZeneca की Covid Vaccine को लेकर तमाम तरह के शोध चल रहे हैं। इस बीच कोरोना के खिलाफ जंग में तब बड़ा झटका लगा जब अमेरिकी कंपनी एस्ट्राजेनेका औऱ ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन ने अपने कोरोना वैक्सीन के अंतिम चरण के ट्रायल को रोक दिया। एस्ट्राज़ेनेका ने AstraZeneca की Covid Vaccine एक बयान जारी कर कहा है कि यह एक रूटीन रुकावट है, क्योंकि टेस्टिंग में शामिल व्यक्ति की बीमारी के बारे में अभी तक कुछ समझ में नहीं आ रहा है। इसकी अच्छे समीक्षा की जाएगी और उसके बाद ही ट्रायल फिर से शुरू होगा।
वहीं, हेल्थ न्यूज वेबसाइट स्टेट न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रायल में भाग लेने वाले एक वालंटियर में वैक्सीन के संदिग्ध गंभीर प्रतिकूल प्रतिक्रिया देखने को मिली है और उसी के मद्देनजर यह वैक्सीन के अंतिम फेज के ट्रायल पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है। बता दें कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ दवा विकसित करने वाली कंपनी एस्ट्राजेने AstraZeneca की Covid Vaccine का कोविड -19 वैक्सीन की वैश्विक दौड़ में सबसे आगे है।
कंपनी की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि परीक्षण के दौरान एक व्यक्ति बीमार पड़ गया, जिसके बाद हमने परीक्षण पर रोक लगाने का फैसला किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एस्ट्राजेनेका ने AstraZeneca की Covid Vaccine कोरोना वैक्सीन ट्रायल पर सुरक्षा कारणों के चलते रोक लगा दी है। कंपनी की तरफ से यह निर्णय इसलिए लिया गया, क्योंकि परीक्षण के आखिरी चरण में एक प्रतिभागी पर इसके गंभीर प्रतिकूल प्रभाव हो रहे थे। जिस वैक्सीन पर रोक लगाई गई है, उसे लेकर माना जा रहा था कि वो कोरोना से लड़ने में कारगार हथियार होगी।
मीडिया ने एस्ट्राजेनेका AstraZeneca की Covid Vaccine के प्रवक्ता के बयान के हवाले से कहा कि मानक समीक्षा प्रक्रिया ने सुरक्षा डाटा की समीक्षा करने की अनुमति देने के लिए वैक्सीनेसन पर रोक लगा दी है। यह अध्ययन विभिन्न स्थलों पर एस्ट्राजेनेका और यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित किए जा रहे कोविड-19 वैक्सीन का परीक्षण कर रहा है। इसमें यूनाइटेड किंगडम में किया जा रहा परीक्षण भी शामिल है, जहां वैक्सीन के प्रतिकूल प्रभाव रिपोर्ट किए गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मामला किस तरह का था और वैक्सीन की प्रतिकूल प्रतिक्रिया कब देखने को मिली, इसकी विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है। हालांकि, जिन प्रतिभागियों पर वैक्सीन का परीक्षण किया जा रहा था, वो जल्द ही रिकवर हो जाएंगे। रिपोर्ट में कहा गया, वैक्सीन के परीक्षण पर रोक ने अन्य एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के परीक्षणों को प्रभावित किया है। साथ ही अन्य वैक्सीन निर्माताओं द्वारा किए जा रहे क्लिनिकल ट्रायल को भी प्रभावित किया है। अब वे सब भी इस तरह के संकतों की तलाश में होंगे ताकि वैक्सीन के उचित प्रभाव को समझा जा सके।